कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है-What is Software
कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है
यहाँ हम कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या है इस विषय पर बात करेगे
सॉफ्टवेयर -जैसा हम जानते हैं सॉफ्टवेयर प्रोग्राम का दूसरा नाम है प्रोग्राम वह निर्देश है जो आपके कंप्यूटर को बताते हैं की आंकड़ों को आप की आवश्यकता के अनुरूप कैसे प्रोसेस करें अधिकांश सॉफ्टवेयर और प्रोग्राम शब्द का प्रयोग समान अर्थ नहीं होता है सॉफ्टवेयर के दो प्रमुख प्रकार होते हैं पहला सिस्टम सॉफ्टवेयर और दूसरा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का प्रयोग यूजर्स करते हैं और सिस्टम सॉफ्टवेयर का प्रयोग कंप्यूटर के द्वारा होता है
सिस्टम सॉफ्टवेयर– यूजर्स का परिचय सबसे पहले एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर से होता है सिस्टम सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को कंप्यूटर हार्डवेयर से परिचय कराता है सिस्टम सॉफ्टवेयर बैकग्राउंड सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर को उसके आंतरिक संसाधनों के प्रबंधन मैं मदद करता है
सिस्टम सॉफ्टवेयर अकेला प्रोग्राम नहीं है प्रोग्रामओं का एक समूह जिसमें मैं निम्नलिखित भी शामिल है
ऑपरेटिंग सिस्टम– जो कंप्यूटर का संयोजन करते हैं यूजेस ऑफ कंप्यूटर के बीच मध्यस्था करते हैं और एप्लीकेशन चलाते हैं आजकल माइक्रो कंप्यूटर यूजर्स के लिए विंडोज 7 और विंडोज 10 दो सबसे प्रचलित ऑपरेटिंग सिस्टम है
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर– इसे एंड यूजर का सॉफ्टवेयर भी कहा जाता है इन प्रोग्रामों को एप्लीकेशन या सामान्य इस्तेमाल करने वाले एप्लीकेशन का होता है कंप्यूटर मैं कुशल होने के लिए इस प्रोग्राम की जानकारी आवश्यक है इन एप्लीकेशन में एक ब्राउज़र होता है जो इंटरनेट पर नेविगेट करने खोजने और सूचना प्राप्त करने में सहायक होता है
स्पेश-लाइजड एप्लीकेशन– इसे एक खास एप्लीक्शन के उद्देश्य के नाम से भी जाना जाता है इसमें ज्यादा प्रोग्राम शामिल होते हैं जो विशेष विभाग और कार्य पर आधारित होते हैं इनमें ग्राफिक्स ऑडियो वीडियो मल्टीमीडिया वेब और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम सबसे अधिक प्रचलित है
(कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर क्या होता है-What is Software)
हार्डवेयर– कंप्यूटर ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो इनपुट प्राप्त करने उसे प्रोसेस करके सूचना प्रधान करने के लिए निर्देशों का पालन करती हैं यह पुस्तक में मुख्यतः माइक्रो कंप्यूटर पर आधारित है यद्यपि यह निश्चित है कि आप अप्रत्यक्ष रूप से दूसरे प्रकार के कंप्यूटरों से भी परिचित होंगे
कंप्यूटर के प्रकार
कंप्यूटर चार प्रकार के होते हैं सुपर कंप्यूटर मेनफ्रेम कंप्यूटर मिनी कंप्यूटर और माइक्रो कंप्यूटर
सुपर कंप्यूटर-सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर है यह मशीन उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर होते हैं जिनका प्रयोग बड़े संस्थानों मैं होता है जैसे अंतरिक्ष से खोजो को नियंत्रित करने के लिए नासा सुपर कंप्यूटर को प्रयोग करता है
मेनफ्रेम कंप्यूटर-विशेष रुप से बने वातानुकूलित कमरे में रखे जाते हैं यद्यपि यह सुपर कंप्यूटर की तरह शक्तिशाली नहीं खोज के बताओहोते लेकिनइनकी प्रोसेसिंग की गति और डाटा स्टोरेज की क्षमता बहुत अधिक होती है जैसे बीमा कंपनियां अपने लाखों पॉलिसी धारकों की सूचनाओं को प्रोसेस करने में इसका इस्तेमाल करती ह
मिनी कंप्यूटर – मिड रेंज कंप्यूटर में कहा जाता है और यह रेफ्रिजरेटर के आकार वाली मशीन होती है माध्यम आकार वाली कंपनियां या कंपनियों के विभाग इसका इस्तेमाल खास उद्देश्य के लिए करते हैं जैसे. प्रोडक्शन विभाग उत्पादन प्रक्रियाओं असेंबली
लाइन ऑपरेशन को निर्देश देने के लिए इसका उपयोग करते हैं!
माइक्रो कंप्यूटर. सबसे कम शक्तिशाली किंतु सबसे अधिक प्रचलित कंप्यूटर है इसका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है माइक्रो कंप्यूटर के चार प्रकार है. डेस्कटॉप. नोटबुक. टेबलेट पीसी और हैंडहेल्ड कंप्यूटर . डेस्कटॉप कंप्यूटर आकार में इतने छोटे होते हैं कि इन्हे मेज पर रखा जा सकता है लेकिन इनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं ले जाया जा सकता है! यह छोटे हल्के और ब्रीफकेस मैं रखे जाने लाइव होते हैं टेबलेट पीसी. नोटबुक कंप्यूटर का प्रकार है जो आपकी लिखावट को स्वीकार करता है! लिखावट के इस इनपुट को डिजिटाइज्ड करके स्टैंडर्ड टेक्स्ट में कन्वर्ट करते हैं जिसे वर्ल्ड प्रोसेसर जैसे प्रोग्राम में प्रोसेस किया जाता है! हेड हेल्ड कंप्यूटर सबसे छोटे आकार का होता है जिसे हथेली पर रखा जा सकता है ! जिसमें पेन इन फुट राइटिंग पर्सनल ऑर्गेनाइजेशनल उपकरण तथा संचार समता के अत्यधिक छोटे पैकेज होते हैं!
माइक्रो कंप्यूटर हार्डवेयर-माइक्रो कंप्यूटर सिस्टम के हार्डवेयर में विभिन्न उपकरण होते हैं! इस उपकरण के 4 मूल भाग होते हैं सिस्टम यूनिट इनपुट/ आउटपुट सेकेंडरी स्टोरेज और संचार हार्डवेयर की विस्तृत चर्चा आगे करेंगे
सिस्टम यूनिट सिस्टम यूनिट को सिस्टम कैबिनेट या चेसिस कहते हैं यह एक कंटेनर होता है जिसमें कंप्यूटर सिस्टम के अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होते हैं माइक्रोप्रोसेसर आंकड़ों का नियंत्रण एवं संचालन कर सूचना देता है अक्सर माइक्रोप्रोसेसर एक प्रोटेक्टिव मेमोरी के भीतर होता है जैसे प्राइमरी स्टोरेज का रेंडम एक्सेस मेमोरी भी कहते हैं जिसमें आंकड़े होते हैं और इन आंकड़ों को प्रोसेस करने के लिए प्रोग्राम निर्देशिका भी होती है इसमें ऑरकुट मैं जाने से पहले प्रोसेस सूचनाएं भी होती है मेमोरी को कभी अभी अस्थाई स्टोरेज भी कहा जाता है क्योंकि इसमें जमा सूचनाएं विद्युत ऊर्जा के बाधित होने के कारण हो सकती है
इनपुट/ आउटपुट इनपुट डिवाइस मानव द्वारा समझे जाने वाले डाटा और प्रोग्राम को कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस किए जा सकने वाले रोग मैं परिवर्तित करता है सर्वाधिक प्रचलित इनपुट डिवाइस कीबोर्ड और माउस है आउटपुट डिवाइस कंप्यूटर से प्राप्त प्रोसेस सूचनाओं को उस रूप में प्रस्तुत करता है मॉनिटर या वीडियो डिस्प्ले स्क्रीन और प्रिंटर!
सेकेंडरी स्टोरेज: मेमोरी के विपरीत सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस डाटा और प्रोग्राम को कंप्यूटर सिस्टम को बंद कर दिए जाने के बाद भी सुरक्षित रखता है सबसे महत्वपूर्ण सेकेंडरी मीडिया फ्लॉपी हार्ड ऑप्टिकल डिक्स है फ्लॉपी डिस्क का उपयोग प्राय डाटा को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर मैं ले जाने और सुरक्षित रखने के लिए होता है