नंदलाल बोस(nandalal bose)

नंदलाल
जन्म
नंदलाल बोस का जन्म दिसंबर 1882 में बिहार के हवेली खडगपुर, जिला मुंगेर में हुआ। उनके पिता पूर्णचंद्र बोस ऑर्किटेक्ट तथा महाराजा की रियासत के मैनेजर थे। नन्द लाल बोस की बचपन से ही कला में विशेष रूचि थी कला केकारण कॉलेज की शिक्षा को त्याग कर स्कूल ऑफ़ आर्ट में अवनीन्द्रनाथ ठाकुर से कला की शिक्षा प्राप्त की कम उम्र में ही आपने प्रसिद चित्र सती और नोका विहार नामक चित्र बनाये आपने राफेल और माइकलेंजेलो प्रतिक्रतिया भी बनाई |
चित्रो का माध्यम
नन्दलाल बोस ने टेम्परा वॉश ,जल रंग , पेन्सिल , लिनोकट आदि पद्ति में लगभग 10000 चित्रों का निर्माण किया
कला शिक्षा
नंदलाल बोस की शिक्षा अवनीन्द्रनाथ ठाकुर के सानिद्य में सम्पर्ण हुई आप एक अच्छे कला शिक्षक भी थे | जो अपने और विद्यार्थी के मध्य दुरी नहीं के बराबर रखते थे | 15 वर्ष की आयु में आपको कलकता के गवर्मेंट स्कूल ऑफ़ आर्ट में दाखिला दिलवाया गया जहाँ आपको सुरेन्द्र नाथ गांगुली , उकील बंदू , असित कुमार हाल्दार जैसे शिक्षार्तियो का साथ मिला |
भिती चित्रों की प्रतिक्रतियाँ
क्रिस्टियाना जेन हेरिंगम (लेडी हेरिंगहैम) के कहने पर असित कुमार हाल्दार के साथ अजन्ता के चित्रों की प्रतिक्रतियाँ बनाई | सुरेन्द्र नाथ के साथ जोगीमारा के भिती चित्रों की प्रतिक्रतियाँ बनाई |
स्वाधीनता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका
नन्दलाल बोस महात्मा गाँधी जी से अत्यद्दिक प्रभावित थे | आवश्यकता पड़ने पर चरका भी हाथ में ले लिया असहयोग आन्दोलन में भी भाग लिया सन 1937 के फेजपुर अधिवेशन व 1938 के हरिपुरा अधिवेशन में पोस्टर चित्र बनाये |
प्रमुख चित्र
प्रमुख चित्र – शिव का विष पान , सती , दुर्गा , बुद्ध व मेष , अर्जुन , पार्थसारथी , यश व मेघ ,संथाल संथालिन , गाँधी जी की दांडी यात्रा आदि प्रमुख चित्र है |
पुरस्कार व सम्मान
पुरस्कार व सम्मान – सन 1954 में भारत सरकार द्वारा आपको पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया |
मृत्यु
मृत्यु – नंदलाल बोस की मृत्यु 16 अप्रैल 1966 में हुई |