एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर-Application Software

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर(Application Software)

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर(Application Software)–  एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर(Application Software) दो प्रकार के होते हैं  सिस्टम सॉफ्टवेयर एंड यूजर, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर   तथा कंप्यूटर हार्डवेयर के साथ मिलकर तकनीकी कार्य संभालता है जबकि एप्लीकेशन  सॉफ्टवेयर एंड यूजर का सॉफ्टवेयर है जो विभिन्न प्रकार के कार्य को संपूर्ण करता है

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर(Application Software) को भी दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है इस अध्याय में हम  पहली  श्रेणी यानी बेसिक एप्लीकेशन पर चर्चा करेंगे इन प्रोग्रामों को जनरल- परपस- एप्लीकेशन   और  प्रोडक्टिविटी एप्लीकेशन  भी कहा जाता है और लगभग प्रत्येक   क्षेत्र या व्यवसाय मैं इसका व्यापक उपयोग होता है इसमें   वर्ड प्रोसेसर , स्प्रेडशीट डेटाबेस  मैनेजमेंट प्रणाली तथा प्रेजेंटेशन ग्राफिक्स शामिल है

दूसरी श्रेणी स्पेशलाइज्ड एप्लीकेशन  जिसे स्पेस परपस  एप्लीकेशन भी कहते हैं इसमें ऐसे हजारों प्रोग्राम शामिल होते हैं जो विशेष व्यवसाय या क्षेत्र उपयोग किए जाते हैं इसमें ग्राफिक्स प्रोग्राम ऑडियो और वीडियो एडिटर मल्टीमीडिया प्रोग्राम वेब ऑथरिंग पता वर्चुअल रियलिटी प्रोग्राम ज्यादा प्रचलित है,

साधारण लक्षण यूजर इंटरफ़ेस, एप्लीकेशन  का  वह हिस्सा है जिस पर आप काम करते हैं   जानी  पहचानी वस्तुओं को   आईकॉन के रूप में दर्शाने के लिए ज्यादातर एप्लीकेशन ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस और माउस का उपयोग करते हैं माउस का उपयोग स्क्रीन पर किसी वस्तु  आईकॉन के चुनने के लिए उपयोग किए जाने वाले प्वाइंटर को कंट्रोल करने के लिए होता है

इसका उपयोग विंडो पर सूचना को प्रदर्शित करने के लिए भी होता है विंडो एक सामान्य चतुर्भुज होता है जिसमें डॉक्यूमेंट, प्रोग्राम और मैसेज मौजूद डरते हैं यहां विंडो का संबंध माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के विभिन्न वर्जन से नहीं है जो एक प्रोग्राम है कंप्यूटर स्क्रीन पर एक साथ एक से अधिक विंडो    खोली  जा सकती है

माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस सहित अधिकतर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम मैं मेनू डायलॉग बॉक्स, टूल बार और बटन होते मैं न्यू में कमांड यानी निर्देश होते हैं जो सामान्यत स्क्रीन के ऊपर मेनू बार मैं  प्रदर्शित होते हैं जब किसी एक में  मैं मेनू आइटम को सिलेक्ट किया जाता है तो अतिरिक्त

सूचना और यूजर के इनपुट का अनुरोध करने वाला डायलॉग बॉक्स या मेनू ऑप्शन की दूसरी सूची प्रदर्शित होती है टूल बार  सामान्यत. मेनू बार के नीचे प्रदर्शित होता है   इसमें छोटे ग्राफिक वाले तत्व  जिन्हें बटन कहां जाता है यह बटन, अधिक उपयोग होने वाले निर्देशों के लि शॉर्टकट प्रदान करते हैं

ऑफिस के सबसे नए वर्जन, माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस  2009 के इंटर पर स्कोर इस प्रकार डिजाइन किया गया है जिससे यूजर किसी एप्लीकेशन के सारे   फीचर को आसानी से   ढूंढ कर उसका उपयोग कर सकें इस नए डिजाइन में   रबन, कॉन्टेक्ट्स कांट्रेक्चुअल टैब, गैलरी के अलावा और भी बहुत कुछ शामिल होते हैं
रिबन, अधिक उपयोग में आने वाले कमांड को टैब कैसेट में संगठित कर  मेनू और टूल बार का काम करता है कोई कार्य करने के लिए  यूजर जिन कमांड का अधिक उपयोग करता है वह कमांड बटन टैब में  प्रदर्शित रहते हैं
कांटेक्टचुल  टैब वैसे टेब है जो  स्वत   प्रदर्शित होते हैं यह तभी प्रदर्शित होते हैं जब इनकी जरूरत होती है या अगले कार्य में  यूजर द्वारा उनके उपयोग करने की संभावना होती है
गैलरीज की मदद से विकल्पों  की सूची से कोई सिलेक्शन करना आसान  हो जाता है कहीं डायलॉग बॉक्स के स्थान पर संभावित परिणाम के वर्चुअल प्रेजेंटेशन का उपयोग कर ऐसा संभव होता है यह नया  इंटरफेस, दशक का पहला प्रमुख बदलाव है और यह  यूजर को अपना कार्य अधिक  सहजता से करने की सुविधा प्रदान करता है
कुछ एप्लीकेशन स्पीच   रिकग्निशन को सपोर्ट करता है स्पीच  रिकग्निशन  मैं  मुझे  ध्वनि इनपुट की मदद से    ऑप्शन सेलेक्ट करने और टेक्स्ट डिक्टेट करने की सुविधा होती है

Leave a Reply

%d bloggers like this: